सरकार द्वारा 2024-25 सीज़न के लिए गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि की संभावना के बीच, चीनी शेयर बाजार में तेज़ी देखी जा रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि एमएसपी में वृद्धि से चीनी मिलों की आय और लाभप्रदता में वृद्धि होगी, जिससे इन शेयरों में तेज़ी आ सकती है।
यहाँ 2024-25 सीज़न में निवेश के लिए कुछ शीर्ष चीनी स्टॉक दिए गए हैं:
1. बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड (BALSUGARB)
- भारत की सबसे बड़ी चीनी उत्पादक कंपनियों में से एक।
- मजबूत वित्तीय स्थिति और ट्रैक रिकॉर्ड।
- एमएसपी में वृद्धि से सीधा लाभ होगा।
2. डालमिया भारत शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (DISL)
- भारत की दूसरी सबसे बड़ी चीनी उत्पादक कंपनी।
- विविध उत्पाद पोर्टफोलियो और मजबूत ब्रांड पहचान।
- एमएसपी में वृद्धि से लाभ होगा।
3. तमिलनाडु शुगर मिल्स एसोसिएशन लिमिटेड (TANSUGAR)
- तमिलनाडु में स्थित एक प्रमुख चीनी उत्पादक कंपनी।
- मजबूत क्षेत्रीय उपस्थिति और कुशल प्रबंधन।
- एमएसपी में वृद्धि से लाभ होगा।
4. बिहार शुगर मिल्स लिमिटेड (BSML)
- बिहार में स्थित एक सरकारी स्वामित्व वाली चीनी उत्पादक कंपनी।
- बड़े पैमाने पर उत्पादन क्षमता और मजबूत वितरण नेटवर्क।
- एमएसपी में वृद्धि से लाभ होगा।
5. EID Parry India Limited (EIDPARRY)
- भारत की सबसे पुरानी चीनी उत्पादक कंपनियों में से एक।
- विविध व्यवसाय और मजबूत ब्रांड इक्विटी।
- एमएसपी में वृद्धि से लाभ होगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शेयर बाजार में निवेश जोखिम से जुड़ा होता है। कोई भी निवेश करने से पहले आपको अपना खुद का शोध करना चाहिए और वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए।
यहां कुछ अतिरिक्त कारक दिए गए हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए:
- अंतरराष्ट्रीय चीनी की कीमतें: वैश्विक चीनी की कीमतों में उतार-चढ़ाव घरेलू चीनी की कीमतों और चीनी मिलों की लाभप्रदता को प्रभावित कर सकता है।
- मौसम संबंधी जोखिम: सूखा या बाढ़ जैसी मौसम की घटनाएं गन्ने की पैदावार को प्रभावित कर सकती हैं और चीनी मिलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
- सरकारी नीतियां: सरकार द्वारा चीनी उद्योग को प्रभावित करने वाली नीतियां, जैसे कि आयात शुल्क या सब्सिडी, शेयर की कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से इनफॉर्मिस्ट समाचार रिपोर्ट के अनुसार, सरकार अक्टूबर में शुरू होने वाले अगले सीजन के लिए चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य को बढ़ाने पर विचार कर रही है। 2019 से, स्वीटनर का न्यूनतम बिक्री मूल्य ₹31 प्रति किलोग्राम पर अपरिवर्तित रहा है। उद्योग मांग कर रहा है कि चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य बढ़ाकर ₹40-41 प्रति किलोग्राम किया जाए।
इनफॉर्मिस्ट न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, ऑल इंडिया शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के महानिदेशक दीपक बल्लानी ने कहा कि जब उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) बढ़ता है, तो चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य भी बढ़ना चाहिए।
चुनावों से पहले, आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने चीनी सीजन 2024-25 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए गन्ने के एफआरपी में रिकॉर्ड 7.4% या ₹25 की वृद्धि को ₹340 प्रति 100 किलोग्राम की मंजूरी दे दी, जिसमें बेसलाइन रिकवरी दर 10.25 थी। %.
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी है!
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Bhai ap content kese likh the ho mujhe abhi bata do please