बिहार का AIIMS पटना देशभर में टॉप मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट में 27वीं रैंक पर है। कॉलेजों की रैंकिंग नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) ने जारी की है। बिहार में कुल 12 सरकारी और 8 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं और कुल 2565 MBBS सीटें हैं। इसके अलावा 1090 MD, MS और PG डिप्लोमा सीटें भी हैं।
1. ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS, पटना)
बिहार में AIIMS पटना ने टॉप मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट में पहले नंबर पर है। कॉलेज के साथ 1000 बेड का हॉस्पिटल भी है। कॉलेज में एनाटमी, बर्न्स एंड प्लास्टिक सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, डेंटिस्ट्री, इमरजेंसी मेडिसिन, गैस्ट्रोएंट्रोनोलॉजी, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, नियोनेटोलॉजी, न्यूक्लियर मेडिसिन जैसे करीब 40 डिपार्टमेंट्स हैं।
कोर्सेज: AIIMS से 12वीं के बाद MBBS कर सकते हैं। MBBS पास कर चुके स्टूडेंट्स किसी भी कोर्स में MS या MD भी कर सकते हैं। इसके अलावा सर्जरी और क्रिटिकल केयर में McH भी कर सकते हैं। वहीं, यूरोलॉजी, पलमनरी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन में तीन साल का DM या McH कोर्स भी कर सकते हैं।
AIIMS से 12वीं के बाद BSc (Hons) नर्सिंग कोर्स कर सकते हैं। नर्सिंग पास कर चुके स्टूडेंट्स MSc नर्सिंग कोर्स कर सकते हैं।
ऐसे मिलेगा एडमिशन: 12वीं के बाद NEET UG क्वालिफाई कर इंस्टिट्यूट में एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज के लिए NEET PG और सुपर स्पेशलिटी कोर्सेज करने के लिए NEET SS क्वालिफाई करना जरूरी है।
AIIMS पटना की स्थापना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत देश में किफायती और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए 17 सितंबर 2012 में हुई थी।
2. पटना मेडिकल कॉलेज, (PMC) पटना
बिहार में टॉप मेडिकल कॉलेजेस की लिस्ट में PMC पटना दूसरे नंबर पर है। ये कॉलेज बिहार यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से एफिलिएटेड है। कॉलेज के साथ 2000 बेड्स का हॉस्पिटल भी जुड़ा हुआ है। कॉलेज में ऐनेसथीसिया, बायोकेमिस्ट्री, कम्युनिटी मेडिसिन, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी, जेरियाट्रिक्स जैसे टोटल 36 डिपार्टमेंट्स हैं।
कोर्सेज: कॉलेज में 200 MBBS सीटों में एडमिशन ले सकते हैं। इंस्टिट्यूट से MBBS के अलावा नर्सिंग, पैरामेडिकल, पोस्ट ग्रेजुएशन (MD/MS) और सुपर स्पेशलिटी (DM, McH) जैसे कोर्स कर सकते हैं।
ऐसे मिलेगा एडमिशन:12वीं के बाद NEET UG क्वालिफाई कर इंस्टिट्यूट में एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज के लिए NEET PG और सुपर स्पेशलिटी कोर्सेज करने के लिए NEET SS क्वालिफाई करना जरूरी है।
पटना मेडिकल कॉलेज की स्थापना प्रिंस ऑफ वेल्स मेडिकल कॉलेज के नाम से साल 1925 में हुई थी।
3. नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NMCH), पटना
पटना का नालंदा मेडिकल कॉलेज प्रदेश में टॉप मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। इस कॉलेज के साथ 750 बेड का एक हॉस्पिटल भी जुड़ा हुआ है। इस कॉलेज में फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, आई, ENT, साइकाइट्री, टीबी एंड चेस्ट, पीडियाट्रिक्स एंड नेफ्रोलॉजी जैसे 41 डिपार्टमेंट्स हैं।
कोर्सेज: इस कॉलेज में 100 MBBS सीटों पर एडमिशन ले सकते हैं। इन डिपार्टमेंट्स में तीन साल के रेजीडेंसी पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इसके अलावा इस कॉलेज से डिप्लोमा इन LAB टेक्नोलॉजी (DMLT), OT असिस्टेंट, ऑप्थैल्मिक असिस्टेंट और X-रे तकनीशियन जैसे पैरामेडिकल कोर्सेज में भी एडमिशन ले सकते हैं। इन सभी डिपार्टमेंट्स में MD या MS जैसे कोर्स पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स भी कर सकते हैं।
ऐसे मिलेगा एडमिशन: 12वीं के बाद NEET UG क्वालिफाई कर इंस्टिट्यूट में एडमिशन ले सकते हैं। 12वीं के बाद इंस्टिट्यूट का टेस्ट क्वालिफाई कर या NEET UG के स्कोर के आधार पर पैरामेडिकल वहीं, PG कोर्सेज के लिए NEET PG और सुपर स्पेशलिटी कोर्सेज करने के लिए NEET SS क्वालिफाई करना जरूरी है।
NMCH पटना कॉलेज 100 एकड़ के कैंपस में बसा हुआ है। कॉलेज की स्थापना 1970 में हुई थी।
**NIRF रैंकिंग और कॉलेज रैंकिंग वेबसाइट्स की मदद से दैनिक भासकर ने ये रैंकिंग तैयार की है।
कैसे जारी की जाती है NIRF रैंकिंग ?
हर साल शिक्षा मंत्रालय देश के टॉप कॉलेजों की लिस्ट जारी करती है। इसे NIRF रैंकिंग कहा जाता है। ये लिस्ट पांच पैरामीटर्स के आधार पर मंत्रालय की एक्सपर्ट कमेटी बनाती है, जिसके ये पांच पैरामीटर्स हैं:
- टीचिंग
- लर्निंग एंड रिसोर्सेज
- रिसर्च
- प्रोफेशनल प्रैक्टिस
- आउटरीच और समावेशिता