नोएडा, 17 जून 2024: सेंटीपीड की शिकायत के बाद अमूल
अमूल ने नोएडा के एक ग्राहक से आइसक्रीम टब वापस करने का अनुरोध किया है, जिसमें ग्राहक ने दावा किया था कि उसे उसमें एक सेंटीपीड मिला था।
यह घटना 15 जून को हुई, जब नोएडा की रहने वाली एक महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने दावा किया कि उसे अमूल के ‘वेनिला आइसक्रीम’ के टब में एक सेंटीपीड मिला।
वीडियो में, महिला सेंटीपीड को आइसक्रीम के बीच रेंगते हुए दिखा रही है।
इस घटना के बाद अमूल ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और महिला से आइसक्रीम टब वापस करने का अनुरोध किया ताकि वे इसकी जांच कर सकें।
अमूल के प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और महिला से आग्रह कर रहे हैं कि वह हमें खराब उत्पाद वापस करे। हम अपने उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्ध हैं और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।”
ग्राहक ने दर्ज कराई शिकायत: सेंटीपीड की शिकायत के बाद अमूल
इस घटना के बाद, महिला ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) में भी शिकायत दर्ज कराई है।
FSSAI ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अमूल से स्पष्टीकरण मांगा है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया: सेंटीपीड की शिकायत के बाद अमूल
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी प्रतिक्रियाएं आई हैं।
ज्यादातर लोग अमूल की इस लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।
कुछ लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाओं में सुधार क्यों नहीं कर रही है।
अमूल का इतिहास: सेंटीपीड की शिकायत के बाद अमूल
अमूल भारत की सबसे बड़ी डेयरी सहकारी संस्था है।
इसकी स्थापना 1946 में हुई थी और यह गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (GCMMF) द्वारा संचालित है।
अमूल विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पादों का उत्पादन और विपणन करती है, जिसमें दूध, आइसक्रीम, पनीर, दही और मक्खन शामिल हैं।
निष्कर्ष:
यह घटना अमूल के लिए एक बड़ा झटका है।
कंपनी को अपनी गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाओं में सुधार करने और उपभोक्ताओं का विश्वास वापस हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि उपभोक्ताओं को उत्पाद खरीदते समय सावधान रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से करनी चाहिए
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