गोंडा ट्रेन हादसे की पीड़ित यात्री की कहानी: 20-25 सेकेंड में सब उजड़ गया

18 जुलाई 2024 को गोंडा में हुई ट्रेन दुर्घटना में कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे के एक पीड़ित यात्री, दिनेश पाल ने अपनी कहानी ‘आजतक’ के साथ साझा की।

दिनेश पाल चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रहे थे। उनकी ट्रेन गोंडा स्टेशन के पास पहुंच ही रही थी कि अचानक उन्हें तेज झटका लगा और घड़घड़ाहट की आवाज सुनाई दी। उन्होंने बताया कि “20-25 सेकेंड में सब उजड़ गया।”

उनका डिब्बा पलट गया और वे अंदर ही फंस गए। उन्होंने किसी तरह से खुद को बाहर निकाला और घायलों की मदद करने लगे। उन्होंने बताया कि कई लोग घायल थे और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई थी।

यह हादसा एक भयानक त्रासदी है। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। यह भी जरूरी है कि इस हादसे की जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि रेलवे सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

यहां कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें हैं: गोंडा ट्रेन हादसे की पीड़ित यात्री की कहानी

  • इस हादसे में 8 से 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
  • मृतकों और घायलों की संख्या अभी भी निश्चित नहीं है।
  • रेलवे बचाव दल मौके पर पहुंच गया है और राहत कार्य जारी है।
  • राष्ट्रीय रेलवे सुरक्षा आयोग (NCRB) ने इस हादसे की जांच के लिए आदेश दिया है।

हेल्पलाइन नंबर की लिस्ट: गोंडा ट्रेन हादसे की पीड़ित यात्री की कहानी

प्रशासन की ओर से 15904 डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. 
-वाणिज्यिक (कमर्शियल) नियंत्रण: 9957555984 

  • फुर्केटिंग (FKG): 9957555966 
  • मारियानी (MXN): 6001882410 
  • सिमलगुड़ी (SLGR): 8789543798 
  • तिनसुकिया (NTSK): 9957555959 
  • डिब्रूगढ़ (DBRG): 9957555960

यह हादसा रेलवे सुरक्षा की खामियों की ओर इशारा करता है। इस घटना की गहन जांच होनी चाहिए और रेलवे सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

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